
उपभोक्ता मामले विभाग ने त्योहारी सीजन के बीच ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर 'ड्रिप प्राइसिंग' के डार्क पैटर्न के खिलाफ उपभोक्ताओं को आगाह किया है। ड्रिप प्राइसिंग से तात्पर्य छिपी हुई लागतों से है जो अंत में जमा हो जाती हैं, जिससे चेकआउट राशि में बढ़ोतरी होती है। विभाग ने लोगों से 1915 पर इसके खिलाफ शिकायत करने का आग्रह करते हुए लिखा, "शुरुआत में यह सौदा बहुत अच्छा लग रहा है, लेकिन अंत में छिपे हुए शुल्क कीमत बढ़ा देते हैं।"